यूरिक एसिड की समस्या से हैं परेशान, तो इस पत्ते से मिलेगा समाधान
अगर आपकी भी में यूरिक एसिड की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, आप यूरिक एसिड की समस्या से परेशान है तो आज हम आपको एक ऐसी औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा दिलाएगा, निर्गुंडी एक ऐसी औषधि है जिसका सेवन करने से आपकी यूरिक एसिड की समस्या दूर हो जाएगी. आप इसका काढ़ा बनाकर पी सकते हैं, या इसकी पत्तियों का भी प्रयोग कर सकते है. आपको यह औषधि उत्तराखंड के हल्द्वानी के वन अनुसंधान केंद्र में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी.
क्या कहते हैं वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट
ज्यादा जानकारी के लिए देते हुए हल्द्वानी वन अनुसंधान की वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट बताते हैं कि निर्गुंडी पौधा मानव शरीर के लिए लाभदायक पौधा है. उन्होंने बताया कि यूरिक एसिड की कई लोगों को समस्या होती है, औषधि की बात करें तो एक निर्गुंडी ऐसा पौधा है जो यूरिक एसिड की समस्या को बिल्कुल समाप्त कर देता है.
कैसे करना है इस औषधि का उपयोग
मदन सिंह बिष्ट ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि निर्गुंडी पौधा यूरिक एसिड के लाभदायक है, अब बात आती है इसका उपयोग कैसे करें कि यूरिक एसिड की समस्या समाप्त हो जाए. आप सुबह चार पत्तियों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं जिससे आपकी यूरिक एसिड की समस्या दूर हो जाएगी. एक हफ्ते लगातार इसका सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा. अगर आप इसका काढ़ा नहीं पी सकते हैं तो निर्गुंडी की चार से पांच पत्तियां सुबह खाली पेट चबाने से भी इसका लाभ मिलता हैं.
घर पर भी लगा सकते हैं निर्गुंडी का पौधा
निर्गुंडी का पौधा यूरिक एसिड के लिए रामबाण औषधि है और आप इसका पौधा घर में भी लगा सकते हैं, अगर आपको यह पौधा घर पर लगाना है तो आप हल्द्वानी के वन अनुसंधान केंद्र से यह पौधा ले सकते हैं. इस पौधे की कटिंग भी आसानी से लग जाती है. वन अनुसंधान केंद्र में यह पौधा वितरण के लिए रखें गए हैं, आपको जो पौधा वन अनुसंधान केंद्र में आसानी से उपलब्ध हो जाएगा आपको बता दे की हल्द्वानी का वन अनुसंधान केंद्र कुमाऊं के सबसे बड़े अस्पताल सुशीला तिवारी से करीब 200 मीटर की दूरी पर स्थित है.