‘रेरा एक्ट’ के खिलाफ बीजेपी के प्रॉपर्टी डीलरों की सीएम धामी से मुलाकात! इन नेताओं ने दिया साथ, देखें सीएम से मिलने वाले प्रॉपर्टी कारोबारियों के नाम…


हल्द्वानी में कालोनियां बनाने के लिए रेरा एक्ट के लागू होने से प्रॉपर्टी के कारोबारी तिलमिला रहे हैं। जमीन मालिकों और खरीददारों को बरगला नियमों को ताक पर रखकर सौ का दो सौ बनाने के आदी हो चुके ये लोग पिछले पंद्रह से बीस दिनों से बेहद परेशान हैं। और आए दिन खुद को किसान, युवा किसान बताकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रत्यक्षतौर पर इन प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर कांग्रेस से जुड़े हुए थे।

लेकिन बीजेपी के प्रॉपर्टी डीलर इन्हें भीतरखाने पूरा सपोर्ट कर रहे थे। क्योंकि बीजेपी के प्रॉपर्टी डीलरों को सरकार के फैसले के खिलाफ जाकर अपनी राजनीति ठंडी होने का डर सता रहा है। ऐसे में सत्ता के करीब वाले इन प्रॉपर्टी डीलरों ने परदे के पीछे ही रहना बेहतर समझा। लेकिन अब इन्होंने विरोध का सत्ता वाला रास्ता निकाला है। ये लोग शनिवार को रीअल स्टेट कारोबारियों और किसानों का नाम लेकर देहरादून में सीधे सीएम पुष्कर सिंह धामी से मिले। और इसमें इन्हें साथ मिला बीजेपी के नैनीताल से जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, हल्द्वानी के मेयर जोगेंद्र रौतेला और बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत का।

इन नेताओं के साथ वो प्रॉपर्टी डीलर और कारोबारी सीएम धामी से मिले जो सामने तो बीजेपी की राजनीति करते हैं लेकिन असल में इनका काम जमीनों की खरीद-फरोख्त का ही है। जिन लोगों ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल होकर सीएम धामी से मुलाकात की उनमें बीजेपी के सह प्रदेश कोषाध्यक्ष और टॉप प्रॉपर्टी कारोबारी साकेत अग्रवाल, नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया के पति, खुद एक पार्षद और बड़े नामचीन प्रॉपर्टी कारोबारी प्रमोद तोलिया,
नैनीताल जिला पंचायत के उपाध्यक्ष और प्रॉपर्टी के बड़े कारोबारी आनंद दर्मवाल, बीजेपी के गौलापार से मंडल अध्यक्ष और प्रॉपर्टी कारोबारी मुकेश बेलवाल, गौलापार के पूर्व मंडल अध्यक्ष और प्रॉपर्टी कारोबारी त्रिलोक नौला, बीजेपी के पूर्व सह मीडिया प्रभारी और बड़े नामचीन प्रॉपर्टी कारोबारी उमेश शर्मा के अलावा कारोबारी अजमेर सिंह , सतवंत सिंह, उमेश नैनवाल, पूरन भगत, परमवीर पम्मा, बब्बू रैकुनी, तेज सिंह नौला, जगदीश नौला ,सरबजीत सिंह, वीरेंद्र पाल सिंह जैसे लोग शामिल थे। जिन्होंने खुद को सीएम के सामने किसान और रीयल स्टेट कारोबारी बताते हुए अपना पक्ष रखा और रेरा एक्ट में राहत देने और प्राधिकरण के द्वारा चिन्हित मामलों का निपटारा वन टाइम सेटलमेंट के तहत करने की मांग की। सीएम धामी ने इनकी मांगों पर विचार का भरोसा दे दिया है।

आपको बता दें कि नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने रेरा एक्ट और प्राधिकरण के नियमों को सख्ती से लागू किया तो प्रॉपर्टी कारोबारियों के पसीने छूट गए। ये खुद को किसान बताकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। लेकिन विरोध करने वालों में फ्रंट पर कांग्रेस के प्रॉपर्टी कारोबारी ही रहे। लेकिन भीतरखाने बीजेपी और कांग्रेस के प्रॉपर्टी कारोबारी दोनों ही परेशान हैं।