देहरादून : बीजेपी-संघ के आला नेताओं के बीच हाई लेवल मीटिंग, बंद कमरे में हुई ये बातें…


2024 लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने को है, तो वहीं उत्तराखंड बीजेपी के लिए यह चुनाव नाक का सवाल है। क्योंकि बीजेपी के सामने लगातार तीसरी बार राज्य की पांचों लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य है।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी एक बार फिर इन पांचों सीटों पर जीत हासिल करना चाहती है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के लगातार दो कार्यकालों के बाद हो रहे यह तीसरे चुनाव को जीतना बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। हालंकि इसके लिए बीजेपी संगठन पूरे तरीके से तैयार हैं।
बीजेपी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भी बीजेपी की चुनावी तैयारियों पर करीबी निगाह बनाए हुए हैं। यहीं वजह है कि शनिवार को देहरादून में संघ और बीजेपी पदाधिकारियों के बीच दो महत्वपूर्ण बैठकें हुई।

पहली बैठक संघ कार्यालय में हुई, जिसमें संघ के पदाधिकारियों के साथ बीजेपी और संघ के बीच समन्वय का काम करने वाले अरुण कुमार और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट शामिल हुए। बताया जा रहा है कि सरकार, संगठन और संघ के बीच तालमेल को लेकर के इस बैठक में चर्चा हुई।
इसके बाद दूसरी बैठक संघ पदाधिकारियों की बीजापुर के सैफ गेस्ट हाउस में हुई। जिसमें उत्तराखंड प्रदेश संघ प्रमुख डॉ. शैलेन्द्र जी, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और उत्तराखंड प्रदेश के सभी संघ पदाधिकारी जो संघ की गतिविधियां प्रदेश में चलाते है वह शामिल हुए। संघ और बीजेपी की इस बैठक में क्या निचोड़ निकला है इस पर अभी रहस्य बना हुआ है। लेकिन इतना तय है कि संघ पांचों लोकसभा सीटों पर अपनी निगाह बनाए हुए है। वहीं टिकट किसे दिया जाएगा.. क्या सिटिंग सांसदों को ही टिकट दिया जाएगा। या फिर सिटिंग सांसदों में से कुछ का टिकट कट सकता है इस पर भी सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में चर्चा हुई हैं।
बता दें कि राज्य की पांच लोकसभा सीटों में से चार लोकसभा सीटों पर टिकट में बदलाव की संभावना है। जहां से सिटिंग सांसदों का टिकट काटा जा सकता है। टिहरी से माला राज्यलक्ष्मी शाह का टिकट काटकर भाजपा किसी नए चेहरे को चुनाव मैदान में उतर सकती है, हालांकि भाजपा के लिए यह फैसला आसान नहीं होगा। क्योंकि यह सीट टिहरी राज घराने की परंपरागत सीट रही है।
वहीं दूसरी सीट जिस पर काफी चर्चा है वह है पौड़ी गढ़वाल सीट यहां से पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत वर्तमान में सांसद हैं लेकिन उनका भी टिकट कट सकता है। क्योंकि कयास लगाए जा रहे है कि यहां से पार्टी किसी ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतार सकती हैं।
तीसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की सीट है जो कि वर्तमान में हरिद्वार से सांसद हैं। हरिद्वार में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति थोड़ा सा कमजोर नजर आ रही है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट भी कट सकता है। इसके पीछे जानकार मानते हैं कि रमेश पोखरियाल निशंक को अचानक अपने मंत्रिमंडल से हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कड़ा संदेश दिया है। हो सकता है कि रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट काटकर भाजपा किसी नए चेहरे को यहां से चुनावी मैदान में उतार सकती है।
वहीं चौथी तरफ कुमाऊं की अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर कार्यकर्ताओं की नाराजगी वर्तमान सांसद को लेकर आए दिन झलकती रहती है। ऐसे में इस सीट पर भी बदलाव की चर्चा चोरों पर है।