क्या आपको पता है मिट्टी के घड़े में पानी पीने के लाभ? इम्यून सिस्टम और ब्लड प्रेशर रहता है कंट्रोल
मिट्टी के घड़े या मटके का पानी पीना आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है चलिए जानते है..मिट्टी के घड़े में पानी न केवल प्राकृतिक तरीके से ठंडा रहता है बल्कि इसम पानी को पीने से कई अन्य सेहत लाभ भी होते हैं। खासकर गर्मी का मौसम आते ही अधिकांश घरों में स्टील, तांबे के मटके हटाकर मिट्टी के घड़े में पानी रखना शुरू कर दिया जाता है। गर्मी के मौसम में ठंडे पानी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। मिट्टी से बने घड़े या मटके में मृदा के खास गुण होते हैं, जो पानी की अशुद्धियों को दूर करते हैं और लाभकारी मिनरल्स प्रदान करते हैं। इसका पानी हमारे शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त कर प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में फायदेमंद साबित होता है।
मिट्टी के बर्तन बनाने में उपयोग की जाने वाली मिट्टी क्षारीय प्रकृति की होती है और जब यह अम्लीय पानी (अशुद्ध पानी) के संपर्क में आती है, तो यह पीएच स्तर को बेअसर कर देती है। जिससे इसे पचाना आसान हो जाता है। गर्मी के मौसम में मिट्टी के घड़े के पानी का नियमित सेवन एसिडिटी और अन्य गैस्ट्रोनोमिक दर्द के खिलाफ प्रभावी है।
वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक विनय खुल्लर ने बताया मिट्टी के घड़े का पानी पीने का एक और लाभ यह भी है कि इसमें मिट्टी में क्षारीय गुण विद्यमान होते है। क्षारीय पानी की अम्लता के साथ प्रभावित होकर, उचित पीएच संतुलन प्रदान करता है। इस पानी को पीने से एसिडिटी पर अंकुश लगाने और पेट के दर्द से राहत प्रदान पाने में मदद मिलती हैं। गर्मियों में लू लगने से लोगों को बीमार होने का खतरा होता है और मटके में पानी रखना इससे बचने में मददगार हो सकता है। सर्दी-जुकाम से बचाव, एसिडिटी से राहत,ब्लड प्रेशर पर काबू और आयरन की कमी दूर को भी दूर करता है।
हमें घड़े का पानी क्यों पीना चाहिए?
मिट्टी के घड़े में पानी ठंडा करके पीने से इम्यून सिस्टम दुरुस्त रहता है। घड़े में पानी स्टोर करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। मटके का पानी बहुत अधिक ठंडा नहीं होता, इसलिए यह पाचन को दुरुस्त रखता है।