इस इंटर कॉलेज से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की है पढ़ाई, शहर का 114 साल पुराना है यह कॉलेज


उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर को कुमाऊं का प्रवेश द्वार कहा जाता है और यहां कई ऐसे विद्यालय हैं जो करीब 100 से ज्यादा साल पुराने है, उन्हीं में से एक इंटर कॉलेज हल्द्वानी का एमबी इंटर कॉलेज भी है. जो करीब 114 साल पुराना है. अभी इस कॉलेज में 470 विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं यहां 24 टीचरों का स्टाफ भी है. यह शहर का सबसे पुराना विद्यालय है. 13 अक्टूबर 1908 को इस एमबी इंटर कॉलेज की स्थापना हुई थी. इस एमबी इंटर कॉलेज से पढ़ाई किए हुए छात्र आज बड़े-बड़े पदों है. इस स्कूल ने देश को एक से बढ़कर एक डॉक्टर, शिक्षक, जज और नेता दिए हैं.
क्या कहते हैं प्रिंसिपल डी के पंत
ज्यादा जानकारी के लिए हमने प्रिंसिपल डी के पंत से बातचीत की उन्होंने कहा कि इस बी इंटर कॉलेज को करीब 114 साल हो गए हैं और उन्होंने बताएं कि मैंने भी इसी विद्यालय से पढ़ाई की 1985 में मैंने यहां इंटरमीडिएट की पढ़ाई की, और 1990 में मैं यहां भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता के रूप में जॉइनिंग की. उन्होंने बताया कि मैं पिछले 4 वर्षों से बी इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल पर के दायित्व पर हूं.

उन्होंने आगे बताया कि इस विद्यालय से पढ़ाई करने वाले हजारों छात्र हल्द्वानी ही नहीं बल्कि देश तक प्रतिष्ठित पदों पर कार्य कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि रायपुर में कमिश्नर के पद पर तैनात अशोक पांडे भी इसी बी इंटर कॉलेज के छात्र रह चुके हैं. वही इरशाद हुसैन जो अभी वर्तमान में जज है उन्होंने भी इसी कॉलेज से पढ़ाई की, वही हल्द्वानी के मशहूर डॉक्टर जेएस खुराना, डॉ मनोज जोशी, डॉ अनिल अग्रवाल और डॉ पुनीत अग्रवाल भी इन्होंने भी इसी कॉलेज से पढ़ाई की. प्रिंसिपल डीके पंत ने आगे बताया कि ऐसे कई सारे डॉक्टर, इंजीनियर, जज, कमिश्नर के बड़े-बड़े पदों पर आज अपनी सेवा दे रहे हैं वह सभी इसी हल्द्वानी के बी इंटर कॉलेज से पढ़ाई की हुई छात्र है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी की इस कॉलेज से पढ़ाई
एमबी इंटर कॉलेज से ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी आठवीं और नवी की कक्षा में यहां पढ़ाई की है, प्रिंसिपल डी. के. पंत बताते हैं कि हमारे इस विद्यालय से पढ़ाई किए कई ऐसे छात्र हैं जो आज देश के विभिन्न बड़े-बड़े उच्च पदों पर स्थित है. उन्होंने बताया कि आज हमारी कोशिश रहती है एमबी इंटर कॉलेज से पढ़ाई कर रहे छात्र अपने शहर अपने देश अपने राज्य का नाम रोशन करें.

1930 में मिली थी हाईस्कूल की मान्यता
प्रिंसिपल डी के पंत ने बताया कि 1930 में इस बी इंटर कॉलेज को हाई स्कूल की मान्यता मिली थी वही इंटरमीडिएट की मान्यता इस कॉलेज को 1991 मिली. आज योर बी इंटर कॉलेज करीब 114 साल पुराना हो गया है और आज भी इस कॉलेज में 470 छात्र पड़ रहे हैं इस कॉलेज का अभी तक शानदार इतिहास रहा.
एमबी कॉलेज में शुरू हुई स्मार्ट क्लासिंग
एमबी इंटर कॉलेज में अब स्मार्ट क्लासिंग शुरू हो गई है जहां बच्चों को प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है. साथी बच्चों के लिए स्कूल में कंप्यूटर भी लगाए गए हैं ताकि बच्चे ऑनलाइन भी पढ़ाई कर सके, लगातार छात्रों को नई-नई तकनीक से जोड़ने के लिए सरकार कार्य कर रही है.