हल्द्वानी: दोस्त पर भरोसा करना पड़ा भारी! केस दर्ज..
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हल्द्वानी- दोस्ती में धोखा मिलने का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दोस्त को मकान देखरेख पर देना एक दोस्त को भारी पड़ गया। अब कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार कारोबार में नुकसान होने पर एक व्यापारी ने हल्द्वानी शहर को छोड़ दिया था। जाने से पहले उसने मकान की देखरेख के लिए दोस्त को सौंप दिया था। 20 साल बाद अब दोस्त लौटा तो पता चला कि दोस्त ने मकान ही बेच डाला। जिसके बाद कारोबारी पुलिस से मिला, मगर कार्रवाई नहीं हुई। अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार सासनी हाथरस उत्तर प्रदेश निवासी राम निवास ने अपर मुख्य न्यायिक, मजिस्ट्रेट को दिए शिकायती पत्र में मल्ला गोरखपुर हल्द्वानी निवासी विजय पाठक, विजय की मां राजेश्वरी पाठक व तल्ली बमौरी निशांत विहार हल्द्वानी निवासीं राज बहादुर पर आरोप लगाए हैं। राम निवास का कहना है कि वर्ष 1981 में उन्होंने तल्ली बमौरी में अर्जुन कुमार से जमीन खरीदी था। जिस पर उन्होंने वर्ष 1991 में मकान बनाया और व्यापार किया। व्यवसाय में घाटा होने व शहर में देनदारी होने पर राम निवास अप्रैल 2004 में उस घर में ताला लगाकर चला गया। जाने से पहले भवन की देखरेख का जिम्मा उन्होंने अपने दोस्त विजय पाठक को दे दिया। देनदारी के कारण न राम निवास वापस हल्द्वानी लौटे और न ही कभी विजय से संपर्क किया।
जिसके बाद आर्थिक स्थिति सामान्य हुई तो वह 20 साल बाद अपना भवन देखने पहुंचे। पाया कि मकान में राज बहादुर रह रहा है। राज बहादुर ने बताया कि उसने भवन राजेश्वरी पाठक से तीन मई 2011 को खरीदा था। आरोप है राजेश्वरी ने बेटे विजय के साथ मिलकर राम निवास के फर्जी हस्ताक्षर कर भवन बेच दिया। मां-बेटे ने भवन का ताला तोड़ सामान भी हड़प लिया। इस मामले में उन्होंने पिछले वर्ष 25 जुलाई को थाना पुलिस हल्द्वानी व एसएसपी को तहरीर दी, लेकिन बिना जांच मामले को सिविल प्रकृति का मानकर कार्रवाई नहीं की गई।