हल्द्वानी: मलिक को नोटिस, बनभूलपुरा में हड़कंप…बड़ा सवाल? क्या खत्म हुआ साम्राज्य?


हल्द्वानी- नगर निगम की तरफ से बनभूलपुरा के मलिक के बगीचा इलाके में बड़ा अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। यहां नगर निगम ने बड़ी सरकारी जमीन को भी मुक्त कराया है, बताया जा रहा है यह जमीन बनभूलपुरा क्षेत्र के सबसे रसूखदार आदमी अब्दुल मलिक की थी। इस बात का तब खुलासा हुआ जब नगर निगम द्वारा अब्दुल मलिक को उनके नाम से नोटिस जारी किया गया।
बता दें कि अब्दुल मलिक पर ना सिर्फ सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप है। बल्कि उन पर सरकारी जमीन पर मदरसा बनाने का भी आरोप है। साथ ही सरकारी जमीन को नवाज पढ़ने वाले मैदान में बदलने का भी आरोप है। अब नगर निगम ने सख्ती दिखाते हुए अब्दुल मलिक को नोटिस दिया है। उन्हें 1 फरवरी तक समय दिया गया है। इसके बाद नगर निगम खुद बुलडोजर चलाकर तथाकथित मदरसे को जमींदोज कर देगा।

इस बीच बनभूलपुरा इलाके में नगर निगम की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि अब्दुल मलिक को इलाके का बड़ा रसूखदार व्यक्ति माना जाता है। लेकिन दो दिन पहले नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय द्वारा जो इस क्षेत्र में कार्रवाई की गई उसकी चर्चा भी पूरे बनभूलपुरा में बनी हुई है।

वहीं इस सब के बीच नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह का ट्रांसफर हो गया है। सोशल मीडिया पर अब्दुल मलिक के समर्थकों का दावा है कि यह अब्दुल मलिक की ताकत है कि उन्होंने नगर आयुक्त और सिटी मजिस्ट्रेट का रातों रात ट्रांसफर करा दिया। हालांकि हकीकत यह है कि दोनों ही अधिकारियों का ट्रांसफर चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के आधार पर हुआ है। और उनका ट्रांसफर पहले से ही तय था। क्योंकि उन्हें जिले में तीन साल पूरे हो चुके थे। और उन्होंने इस दौरान चुनाव भी करवाए थे। लेकिन बनभूलपुरा में जितने मुंह उतनी बातें बनभूलपुरा में यह चल रहा है। कोई इसे मलिक की ताकत बता कर पेश कर रहा है तो कोई मालिक की।

इन सब के बीच रसूखदार अब्दुल मलिक को मिले नोटिस पर अब्दुल मलिक अब क्या करेंगे? यह देखने वाली बात होगी, क्योंकि सरकार ना सिर्फ मालिक के कब्जे से अपनी जमीन छुड़वाई है बल्कि अपने लोगों के बीच उन्हें सार्वजनिक लताड़ खानी पड़ी है जो सालों से मलिक को बड़ा आदमी समझे बैठे थे। ऐसे में जाहिर है मलिक का गुस्सा सातवें आसमान पर होगा। क्योंकि उनकी जमीन और इज्जत दोनों दांव पर है।