हल्द्वानी: बनभूलपुरा में अब तक 600 से ज्यादा घरों में लगे लाल निशान!

हल्द्वानी- सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हल्द्वानी के बनभूलपुरा में रेलवे और प्रशासन की टीमों द्वारा चार दिनों से सर्वे का काम किया जा रहा है।
सोमवार को चौथे दिन भी बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण वाली भूमि पर स्थित घर और वहां रहने वाले लोगों का सर्वे किया गया। इस कार्य में जुटी रेलवे और प्रशासन की छह टीमें ने वार्ड 32 में 608 घरों पर लाल निशान लगाए हैं। साथ ही वहां रह रहे 970 लोगों का सत्यापन किया जा चुका हैं। रेलवे और जिला प्रशासन द्वारा 30 हेक्टेयर भूमि पर प्रारंभिक सर्वे किया जा रहा है। आज मंगलवार को भी टीमों द्वारा घर-घर जाकर सर्वे का काम किया जा रहा हैं।
इस दौरान सभी छह टीमों द्वारा अतिक्रमण वाली भूमि में बने घर, उनमें रह रहे परिवार, परिवारों में मौजूद लोगों के नाम और उम्र के साथ-साथ मकान के मालिकाना हक संबंधी दस्तावेज, क्रय करने की दशा में विक्रेता का नाम, बिजली-पानी के बिल आदि को लेकर जानकारी जुटाई।
बताते चलें कि बनभूलपुरा में रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने रेलवे से पूछा था कि उन्हें अपनी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कितनी भूमि की आवश्यकता है। इसके बाद रेलवे ने बनभूलपुरा क्षेत्र का डिजिटल सर्वे कराने के बाद प्रशासन से घरों और वहां रह रहे लोगों का सर्वे कराने में मदद मांगी थी।
जिसके बाद जिला प्रशासन ने छह टीमों को सर्वे कार्य में लगाया है। रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि अब तक 608 मकानों पर लाल निशान लगाए जा चुके हैं। माना जा रहा है कि रेलवे को हल्द्वानी से महत्वपूर्ण योजनाओं को चलाने के लिए करीब 30 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। जिससे हल्द्वानी रेलवे स्टेशन का विकास होगा।
वहीं सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई 11 सितंबर को होनी है। सर्वे के परिणामों के आधार पर ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी, जिससे प्रभावित परिवारों के विस्थापन की योजना भी बनाई जा सके।
