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लोकसभा चुनाव 2024 : जानें उत्तराखंड से घोषित कांग्रेस के तीनों प्रत्याशियों की कुंडली!

देहरादून- लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तराखंड की अपनी पांच लोकसभा सीटों में से तीन पर उम्मीदवारों के नामों का एलान कर दिया है। बाकी दो अन्य सीट हरिद्वार और नैनीताल पर प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए है जिस पर कांग्रेस इलेक्शन कमेटी विचार कर रही है। ऐसे में उत्तराखंड डिजिटल आपको कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों के राजनीतिक इतिहास के बारे में जानकारी दे रहा है…

1- अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से प्रदीप टम्टा

प्रदीप टम्टा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है। उन्होंने एलएलबी, एम ए, बी एड की शिक्षा प्राप्त की है। अल्मोड़ा संसद क्षेत्र से पूर्व सांसद रहे हैं। वह मूल रूप से बागेश्वर ज़िले के निवासी जो साल 1997 तक अल्मोड़ा ज़िले का ही हिस्सा था। उन्होंने बतौर सामाजिक कार्यकर्ता अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी। उन्होंने प्रदेश में चिपको आंदोलन के तहत पर्यावरण एवं वृक्ष संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाई।

साल 1990 में पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। वह तत्कालीन राष्ट्रिया अध्यक्ष स्वर्गीय राजीव गाँधी की आधुनिकता एवं समाजवादी विचारधारा से काफी प्रभावित हुए। डेढ़ दशक तक संगठन सँभालने और उसे प्रदेश स्तर पर फैलाने एवं मज़बूत करने के बाद उन्होंने साल 2002 में अल्मोड़ा ज़िले के सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की।

साल 2009 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी के अजय टम्टा को करीब 7 हज़ार वोटो के अंतर से हराया था। साल 2009 में ही वह विज्ञान एवं तकनीक समिति, भारत सरकार के सदस्य भी रहे। वह साल 2003 से 2004 तक उत्तराखंड उद्योग परिषद के वाईस- चेयरमैन पद पर भी कार्यरत रहे।

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जब उत्तराखंड प्रदेश में एन. डी. तिवारी की सरकार थी तब पर्वतीय क्षेत्र के अनुसूचित जाति-जनजाति समाज की कन्याओं के लिए कन्या धन योजना जिसे अब गौरा देवी योजना के नाम से जाना जाता था, उसे लागू कराने में प्रदीप टम्टा ने अहम भूमिका निभाई है।

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वह अपनी सीट को बचाने में विफल रहे और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अजय टम्टा से हार गए जो अल्मोड़ा सीट से लोकसभा सांसद के तौर पर चुने गए। वर्ष 2016 के जुलाई महीने में हुए राज्यसभा चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की और अल्मोड़ा संसद क्षेत्र का राज्यसभा सांसद भी रहे। प्रदीप टम्टा राज्यसभा की अनेक समितियों के सदस्य भी है और कांग्रेस की ऑल इंडिया वर्किंग कमिटी के मुख्य सदस्य भी है।

2- टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से जोत सिंह गुनसोला

कांग्रेस पार्टी ने टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट से पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला को टिकट दिया है। मूल रूप से टिहरी जिले की प्रताप नगर तहसील के ग्राम म्यूंडा धारमंडल निवासी गुनसोला को उनकी सरल व्यवहार और स्वच्छ छवि के लिए जाना जाता है। गुनसोला को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का करीबी माना जाता है।

राज्य गठन के बाद गुनसोला मसूरी से विधायक भी रह चुके है। सत्ता विरोधी लहर के बावजूद लगातार दूसरी बार 2007 में भी वह यहीं से विधायक बने। साल 1988 और वर्ष 1997 में मसूरी नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर रहे। वह मसूरी नगर पालिका परिषद के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं।

वर्ष 2002 में राज्य के पहले विधानसभा चुनाव में मसूरी से विधायक बने। वहीं साल 2007 में मसूरी सीट से ही दोबारा विधानसभा में पहुंचे। साल 2019 में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष चुने गए थे। पिछले कई वर्षों से कांग्रेस पार्टी के लिए काम कर रहा है।

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पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से गणेश गोदियाल

लोकसभा चुनाव पौड़ी गढ़वाल से कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। गणेश गोदियाल थलीसैंण विधानसभा क्षेत्र और श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रह चुके हैं। पौड़ी जिले के बहेड़ी गांव पैठाणी इलाके के रहने वाले गणेश गोदियाल ने तीसरी उत्तराखंड विधान सभा में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे।

गणेश गोदियाल के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने किसी भी काम को छोटा बड़ा नहीं समझा। गांव में गाय पालने से लेकर उन्होंने सब्जी-फल तक बेचने का काम किया है। गणेश गोदियाल को हमेशा से ही राजनीति में रुचि थी जिसकी वजह से उन्होंने इसके लिए मेहनत शुरू की।

गणेश गोदियाल साल 2002 से 2007 में पहली उत्तराखंड विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। गणेश गोदियाल ने अपने जिले के लिए काफी काम किया हैं। उनके क्षेत्र में कोई महाविद्यालय न होने के कारण राठ के ज्यादातर युवाओं को इंटरमीडिएट के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। बाद में गणेश गोदियाल ने पैठाणी में राठ महाविद्यालय की स्थापना की। गोदियाल ने हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर काम किया।

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