उत्तराखंड: जंगली मशरूम खाने से सास ने तोड़ा दम! बहू की हालत गंभीर..

बागेश्वर जिले से एक दुखद खबर सामने आ रही है। यहां कपकोट क्षेत्र के दूरस्थ गांव कुंवारी में जंगली मशरूम खाने से सास ने दम तोड़ दिया। जबकि बहू की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को अस्पताल लेकर जाने में भूस्खलन अवरोध बना।
जानकारी के अनुसार, कपकोट के कुंवारी गांव में रविवार दोपहर 65 वर्षीय धनुली देवी व 27 वर्षीय बहू कविता खेत में काम कर रहे थे। दिन में भूख लगने पर उन्होंने खाना बनाने के लिए पास में उगे जंगली मशरूम तोड़कर उसकी सब्जी बनाकर खाई। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई।
जिसके बाद धनुली देवी ने वहीं पर दम तोड़ दिया, जबकि कविता को उल्टियां होने लगी। ग्रामीणों ने कविता की प्राकृतिक चिकित्सा प्रारंभकर की। इस बीच निवर्तमान ग्राम प्रधान धर्मा देवी ने इसकी सूचना प्रशासन को दी तथा स्पष्ट किया कि कुंवारी गांव भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र है तथा यहां से खाईबगड़ तक पहुंचने के लिए मोटर मार्ग बंद है।
वहीं प्रशासन के निर्देश पर चिकित्सा टीम गांव को रवाना हुई। लेकिन रास्ते में पत्थर गिरने व मोटरमार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण टीम वहां नहीं पहुंच पाई है।
चिकित्साधिकारी डा. बृजेश घटियाल ने बताया कि टीम को एंबुलेस व आवश्यक दवाइयों के साथ रवाना किया गया है। परंतु टीम वहां नहीं पहुंच पाई है। रविवार देर रात तक टीम वहां पहुंचने का प्रयास करेगी। बताया कि उन्होंने कविता के पति खिलाफ राम से महिला को सड़क तक लाने के लिए कहा परंतु उन्होंने मार्ग सही न होने व पत्थर गिरने की बात कह कर असमर्थता व्यक्त की है।
इधर, थानाध्यक्ष खुशवंत सिंह ने बताया कि पुलिस टीम को वहां भेजा है जो कि देर रात तक पहुंचेगी। टीम के साथ पीएमजीएसवाई के कर्मचारी भी गए हैं। ग्राम प्रधान का आरोप है कि आए दिन मार्ग क्षतिग्रस्त हो रहा है। लेकिन संबंधित विभाग इसे खोलने में नाकाम साबित हो रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि जंगली मशरूम का सेवन न करें। सीएमओ डॉ. आदित्य ने कहा, “जंगली मशरूम दिखने में सामान्य लग सकते हैं, लेकिन कई बार इनमें विषैले तत्व होते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं। ऐसे मामलों में उल्टी, दस्त, बेहोशी और मौत तक हो सकती है।”
