नैनीताल: महिला सेफ्टी के लिए बनी टास्क फोर्स! चिन्हित करेंगी असुरक्षित जगह
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नैनीताल- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना एवं राज्य बालिका नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक डीएम नैनीताल वंदना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई।
ऐसे स्थान जहां बालिकाऐं, महिलायें अपने आप कोे असुरक्षित महसूस करती है। उन असुरक्षित क्षेत्रों के चिन्हिकरण केलिए समिति का गठन किया गया है। समिति में बाल विकास, प्रोवेशन, शिक्षा एवं चिकित्सा विभाग की टीमें असुरक्षित क्षेत्रों का संयुक्त रूप से हल्द्वानी और अन्य शहरी क्षेत्रों की कॉलेज जाने वाली छात्राओं से वार्ता कर उनके फीडबैक के आधार पर शहर के महिलाओं के लिए असुरक्षित स्थानों को चिन्हीकरण कर सूची बनाएगी।
इसके लिए टीम सभी डिग्री कॉलेज और शैक्षणिक संस्थाओं में कार्यशाला करेगी । इस सूची के आधार पर पुलिस और प्रशासन द्वारा इन स्थानों का भौतिक सत्यापन कर असुरक्षा के कारणों को चिन्हित कर, सीसीटीवी, स्ट्रीट लाइट, रात्रि गश्त आदि कार्यवाही की जाएगी।
बैठक में डीएम नैनीताल ने जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत किए गए कार्यों की समीक्षा करते हुये कहा कि हल्द्वानी, रामनगर आदि क्षेत्र के ऐसे स्थान जो बालिकाओं के लिए असुरक्षित है। उन स्थानोें का चिन्हिकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी शहर काफी संवेदनशील है।
इसलिए समिति के सदस्य हल्द्वानी शहर के डिग्री कालेज एवं शासकीय एवं निजी बालिका इन्टर कालेजों में रोस्टर वार सभी कालेजों की बालिकाओं से संवाद कर असुरक्षित क्षेत्र के बारे में जानकारी हासिल कर सूची भी तैयार करें। उन्होंने कहा असुरक्षित क्षेत्रों में पुलिस गश्त बढाई जायेगी साथ ही उन स्थानों पर लाईटिंग एवं सीसीटीवी कैमरा भी लगाये जायेंगे।
उन्होेंने कहा समाज में ऐसी बच्चियां जो गरीब,असहाय है लेकिन उनको अच्छी शिक्षा प्राप्त करनी है, उनका चिन्हिकरण कर उनकी अच्छी शिक्षा की ओर महिला बाल विकास विभाग कार्य करे। उन्होंने कहा जनपद की ऐसी प्रतिभावान महिलायें जिन्होंने राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर के साथ ही इतिहास में ऐसे कार्य किये हैं लोगों को इनके बारे में जानकारी ही नहीं है, उन प्रतिभावान महिलाओं के प्रेरणा दायक पोस्टर लगाये जांए ताकि लोग उनसे प्रोत्साहित होकर बालिकाएं प्रेरणा प्राप्त कर सकें।
उन्होंने कहा बालिकाओं को नये अपराधिक कानूनों के साथ ही यूनिफार्म सिविल कोड (यूसीसी) आदि कानूनों के महिलाओं संबंधी प्रावधानों की जानकारी भी दें, इसके लिए पोस्टर, पम्पलेट के द्वारा प्रचार प्रसार किया जाए ताकि बालिकायें को कानूनोें के बारे मेें जानकारी हो सकें।
बैठक मेें मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डे, एसपी क्राइम हरबंश सिह, बाल विकास अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, प्रोवेशन अधिकारी वर्षा, संरक्षण अधिकारी प्रकाश काण्डपाल, सीडीपीओ पार्वती कोरंगा, पूनम रौतेला, तुलसी बोरा, शिल्पा जोशी, अनिता सक्सेना आदि उपस्थित रहे।