नीम करौली बाबा किस बाल ब्रह्मचारी से मिलने आते थे नैनीताल और इस स्थान पर ठहरते थे, पढ़िए पूरी कहानी…
नैनीताल के कैंची धाम में स्थित नीम करौली बाबा महाराज जी का मंदिर विश्वप्रसिद्ध है। मुख्य रूप से यह हनुमान जी का मंदिर है। विदेशों से भी लोग इस मंदिर के दर्शन को पहुंचते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैंची धाम की स्थापना से पहले बाबा नीब करौली महाराज सोमवारी महाराज जी के ही एक स्वरूप से मिला करते थे? आज हम आपको एक ऐसी कुटिया के बारे में बताएंगे जहां बाबा नीब करौली महाराज जी अक्सर आया करते थे।
नैनीताल के जोखिया क्षेत्र में स्थित है एक कुटिया जो मूल रूप से बाबा ब्रह्मचारी महाराज की है हालांकि यह नीब करौली महाराज जी से भी जुड़ी है। वैसे तो इस कुटिया के निर्माण को लेकर कोई खास जानकारी नहीं है। यह कहा जाता है कि नैनीताल के कैंची धाम की स्थापना से भी काफी साल पहले इस कुटिया का निर्माण हो गया था।
नैनीताल-भवाली मार्ग पर स्थित जोखिया नामक जगह पर कृष्ण कुमार साह की निजी संपत्ति में यह कुटिया निर्मित है।।कृष्ण कुमार साह बाबा नीब करौली महाराज के अटूट भक्तों में से एक थे। वह काफी साल बाबा के साथ रहे थे। उन्होंने अपनी किताब ‘देव भूमि – द अबोड ऑफ गॉडस इन इंडिया’ में इसका जिक्र किया है। यह कुटिया बाबा ब्रह्मचारी महाराज की है। ब्रह्मचारी महाराज सोमवारी महाराज के ही रूप माने जाते हैं।
स्थानीय निवासी लोग बताते है कि इस कुटिया में नीब करौली महाराज जी का भी अक्सर आना होता था और वह बाबा ब्रह्मचारी महाराज से मिलते थे। जब भी नीब करौली बाबा हनुमानगढ़ी आते थे तब उनके घर भी जरूर ही आते।
इस क्षेत्र में भगवान भोलेनाथ का एक मंदिर भी बनाया गया है। जिसमें नीब करौली महाराज जी की तस्वीर भी रखी गई है। इस मंदिर में वैसे तो कोई सार्वजनिक पूजन नहीं होता है। हालांकि हर साल बाबा ब्रह्मचारी महाराज जी की पुण्य तिथि पर यहां भंडारे का आयोजन होता है जिसमें भक्त आकर प्रसाद ग्रहण करते हैं।