हल्द्वानी: बुक्स लेने से पहले देख लें अपने बच्चे की स्कूल वेबसाइट!


हल्द्वानी- शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को राहत देने के लिए एक आदेश जारी किया है। जिससे नए शिक्षा सत्र के शुरू होने पर अभिभावकों की जेब पर कम बोझ पड़ने की उम्मीद है। शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों की मनमानी और कमीशन से जुड़े गड़बड़ झाले को देखते हुए। इस बार नया सत्र प्रारंभ होने से पहले ही निजी स्कूलों की मनमानी पर शिकंजा कसने के लिए आदेश जारी किए हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी तारा सिंह की ओर से मान्यता प्राप्त और सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के लिए पत्र जारी किया गया है। इसमें स्कूलों की वर्तमान सत्र में ली जाने वाली फीस और पिछले वर्ष ली गई फीस का पूरा विवरण सार्वजनिक करना होगा। प्रत्येक शुल्क का ब्योरा स्कूल की वेबसाइट पर स्पष्ट रूप से सार्वजनिक करना होगा। साथ ही शिक्षण स्कूल को मनमाने तरीके से अत्याधिक नहीं बढ़ा पाएंगे। इधर, किताबों के माध्यम से अभिभावकों को लूटने के आरोप प्रत्येक वर्ष निजी स्कूलों पर लगते हैं। साथ ही ऐसा देखने को भी मिलता है।
ऐसे में खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि स्कूल में लागू होने वाली राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और अन्य प्रकाशकों की पुस्तकों की जानकारी कक्षावार वेबसाइट में डालनी होगी। इसमें मूल्य को भी स्पष्ट करना होगा। साथ ही संबंधित से जुड़े प्रमाण संकुल कार्यालय में देने को कहा गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से उठाए गए सख्त कदम से अभिभावकों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। साथ ही निजी स्कूल भी मनमानी वाली पॉलिसी को थोपने के बारे में लागू करने से परहेज करेंगे।