BJP की सरकार बनी तो सहयोगियों का रखना होगा खास ख़याल!


ये बात तो जग जाहिर है कि नीतीश और नायडू, बीजेपी के दोनों ही साझीदार उनके प्राथमिकता वाले मुद्दों पर कभी एकजुट नहीं रहे हैं। नीतीश और नायडू दोनों ही नेता कीमत वसूलने में माहिर रहे हैं। अब बजट से लेकर राज्य तक के लिए वह मोदी सरकार से कुछ और ज्यादा की उम्मीद करेंगे। अब स्पेशल राज्य का मुद्दा बड़ा बना रहेगा। सूत्रों की माने तो दोनों ही नेता बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए पहले से ही स्पेशव राज्य की मांग करते रहे हैं। पूर्ण बहुमत न होने की वजह से अब कुनबे को प्राथिकता देनी होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने परिवार को एकुजट रखना बड़ी चुनौती होगी। कानून और बिल में अब सरकार को नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू का भी ख्याल रखना होगा।
मोदी के सामने चैलेंज
आने वाले दिनों में महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी पर अब तीनों राज्यों में बेहतर प्रदर्शन का दवाब रहेगा। दिल्ली को छोड़ बाकी दो राज्यों में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पार्टी के लिए टेंशन बढ़ा दी है। दिल्ली में भले ही AAP का सफाया होता दिख रहा हो, लेकिन ये भी सच है कि विधानसभा चुनावों में उसने हमेशा जोरदार वापसी की है। ऐसे में बीजेपी को इस पर भी ध्यान देना होगा।
नहीं मिला पूर्ण बहुमत
आने वाले दिनों में महाराष्ट्र, दिल्ली और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी पर अब तीनों राज्यों में बेहतर प्रदर्शन का दवाब रहेगा। दिल्ली को छोड़ बाकी दो राज्यों में लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पार्टी के लिए टेंशन बढ़ा दी है। दिल्ली में भले ही AAP का सफाया होता दिख रहा हो, लेकिन ये भी सच है कि विधानसभा चुनावों में उसने हमेशा जोरदार वापसी की है। ऐसे में बीजेपी को इस पर भी ध्यान देना होगा।