मुख्यमंत्री ऑफिस में निकले धामी के आंसू!
गैरसैंण- शुक्रवार को राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में मुख्यमंत्री कार्यालय के भीतर एक बड़ी हैरान करने वाली वाक्या सामने आई। यहां मुख्यमंत्री कार्यालय के भीतर धामी के आंसू निकल गए! लेकिन यह धामी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नहीं बल्कि कांग्रेस के धारचूला से विधायक हरीश धामी थे। जो सदन के भीतर अपनी बातें न सुने जाने से नाराज थे।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने विशेष मुलाकात की और इस दौरान हरीश धामी का दर्द छलक उठा और उनके आखों से आंसू झलक गए? हरीश धामी ने पीड़ा व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि वह सदन में अपने क्षेत्र की आपदा से संबंधित बातें उठाना चाहते थे।
लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला इसके लिए उन्होंने सीधे तौर पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को जिम्मेदार माना है। इससे पहले धामी ने मीडिया में बात करते हुए यशपाल आर्य पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए।
लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री से मुलाकात कर हरीश धामी ने माहौल को और गरमा दिया है। मुख्यमंत्री दफ्तर की तरफ से जारी प्रेसनोट में लिखा गया है कि विधानसभा मानसून सत्र के दौरान प्राकृतिक आपदा के मुद्दे पर सदन में चर्चा के दौरान विपक्ष को बोलने के लिए जो समय मिला था, उसमें बोलने का अवसर न मिलने पर विपक्ष के विधायक हरीश धामी ने विपक्ष के प्रति नाराजगी व्यक्त की।
विधायक हरीश धामी ने गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में सत्रावसान के बाद विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उनके समक्ष अपनी पीड़ा रखी। उन्होंने कहा आपदा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील राज्य के पर्वतीय क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि आपदा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर उन्हीं की पार्टी के सदस्यों ने उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया। उन्होंने कहा कि इस समय उत्तराखंड के कई इलाके आपदाग्रस्त हैं। ऐसे में इस गंभीर विषय पर चर्चा बहुत आवश्यक थी।
मुख्यमंत्री ने विधायक हरीश धामी की बातों को गंभीरतापूर्वक सुनकर उन्हें आश्वसत किया कि उनके क्षेत्र सहित अन्य स्थानों में आपदा से संबंधित जो भी प्रकरण हैं, उनको प्राथमिकता पर लिया जाएगा। उन्होंने प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु और सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिए अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं सामान्य करने के लिए जिलाधिकारियों से निरंतर समन्वय बनाए रखें।
विधायक धारचूला द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्र की समस्या बताने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु को निर्देश दिए कि सचिव आपदा प्रबंधन और जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के साथ बैठक कर क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाए। आपदा कि दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों के विस्थापन की आवश्यकता है तो, किए जाय।