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उत्तराखंड : इस तारीख को बंद होंगे बदरीनाथ धाम के कपाट…

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उत्तराखंड में मौजूद विश्व प्रसिद्ध चार धामों में से एक धाम की यात्रा पर अब कुछ समय के लिए ब्रेक लग सकता है। क्योंकि इन धामों में अब बर्फबारी शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में इन धामों के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे।

बता दें कि विश्व प्रसिद्ध भगवान बदरीनाथ के कपाट बंद होने की तिथि घोषित हो गई है। इस साल 2023 में बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर शाम 3 बजकर 33 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। आज मंगलवार विजयदशमी के दिन कपाट बंद होने की तिथि को घोषित कर दिया गया है।

बता दें हर साल नवंबर के महीने से लेकर अप्रैल तक बदरीनाथ के कपाट बंद रहते हैं। ऐसे में भगवान बदरी विशाल के सामने बस एक दिया जलाकर छोड़ दिया जाता है। मान्यता है कि इस दिये की रक्षा खुद भगवान करते हैं इसलिए ही यह कई महीनों तक जलता रहता है।

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पंडित पंच पूजा कर करते हैं कपाट बंद

बदरीनाथ के रावल (पंडित) को कपाट बंद करने के लिए एक स्त्री का रूप धारण करना पड़ता है। पूजा की शुरुआत भगवान बदरीनाथ के श्रृंगार से होती है। फूलों से देव को सजाने के बाद पूजा की विधि शुरू होती है। कपाट बंद होने की प्रक्रिया से पहले कुछ अनुष्ठान करने जरूरी होते हैं। 

पंडित द्वारा किए जाने वाले यही अनुष्ठान पंच पूजा कहलाते है। जिसमें मंत्रों के जाप के साथ ही मंदिर की मूर्तियों को गर्भ गृह में रखा जाता है। यहां के पुजारी इस पंच पूजा के लिए कई दिनों तक तैयारियां करते हैं। पूजा में जिस तरह की सामग्री का प्रयोग होता है उन्हें भी पुजारी ही इकट्ठा करते हैं। इस दौरान श्रद्धालु मंदिर में आ तो सकते हैं, लेकिन पंच पूजा की विधि में शामिल नहीं हो सकते हैं। 

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