अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके हैं। सोमवार को श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष अनुष्ठान में शामिल होकर रामलला की आरती की और भगवान श्रीराम की मूर्ति को दंडवत प्रणाम किया। इसी के साथ उन्होंने चरणामृत पीकर अपने 11 दिनों का व्रत तोड़ा।
आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की 5 बड़ी बातें…
● प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 22 जनवरी 2024 का यह सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है और यह एक नए कालचक्र का उद्गम है। उन्होंने कहा कि हजारों सालों बाद भी लोग इस दिन की चर्चा करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने कहा कि राम आग नहीं ऊर्जा हैं, राम विवाद नहीं समाधान हैं।
● प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आज मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं, हमारे पुरुषार्थ में कुछ तो कमी रह गई होगी, हमारी तपस्या में कुछ कमी रही होगी कि हम इतने सदियों तक मंदिर निर्माण नहीं कर पाए। आज वह कमी पूरी हुई। पीएम मोदी ने कहा कि आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है। आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है। पूरा देश आज दिवाली मना रहा है।
● पीएम मोदी ने कहा कि यह राम का परम आशीर्वाद है कि हम इसके साक्षी बन रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है।
● पीएम मोदी ने कहा कि भारत के संविधान की पहली प्रति में राम विराजमान हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम बोले सदियों के धैर्य की धरोहर मिली है।
● राम भारत की प्रतिष्ठा हैं… प्रवाह हैं… आग नहीं ऊर्जा हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। वे अब इस दिव्य मंदिर में रहेंगे। ये पल पवित्र पल है। ये घड़ी प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद है। आज का दिन केवल तारीख नहीं बल्कि एक नये का चक्र का उद्गम है।