उत्तराखण्डक्राइमबड़ी-खबरहल्द्वानी

हल्द्वानी: “बाबा” बना अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी!

हल्द्वानी- आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग भरी जवानी में सांसारिक मोह माया त्याग संन्यास ले लेते है। तो कुछ बचपन से संन्यास के रास्ते पर चल देते है। लेकिन ये सब सन्यास के लिए सामान्य बात है। लेकिन जब कोई खूंखार अपराधी और अंडरवर्ल्ड डॉन इस रास्ते पर चलने लगे तो आप क्या कहेंगे। ऐसा हो देखने को मिल रहा है उत्तराखंड में। यहां जेल में बंद एक अंडरवर्ल्ड डॉन बाबा बन चुका है। बुधवार को एक भगवाधारी वस्त्र धारण किए हुए पुलिस सुरक्षा में एक बाबा को सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया। जिसे देखकर डॉक्टर, तीमारदार से लेकर मरीज तक प्रणाम करने लगे। ताकि बाबा का आशीर्वाद मिल जाए और उनके जीवन का भी उद्धार हो। कुछ लोग उसे प्रणाम करते नजर आए। बाबा को पुलिस सुरक्षा में देख लोगों को बाबा के अति प्रतिष्ठित होने का भी अहसास हुआ। लेकिन थोड़ी ही देर बाद बाबा की असलियत सामने आ गई। दरअसल ये कोई बाबा नहीं बल्कि एक अंडर वर्ल्ड डॉन था। जिसका नाम है प्रकाश पांडे उर्फ पीपी। जो अल्मोड़ा जेल में बंद है और यहीं रहते हुए बाबा बन गया है। अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उर्फ योगी प्रकाश नाथ को कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया था।

बताया जा रहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद उसे एसटीएच अस्पताल में उसकी स्वास्थ्य संबंधी टेस्ट कराने के लिए लाया गया था। जांचें पूरी होने के बाद उसे सुरक्षा घेरे के बीच वापस अल्मोड़ा जेल ले जाया गया।

जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ समय से अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी का झुकाव अध्यात्म की ओर होने से वह अब भगवा वस्त्र ही पहनता है। बाबा बने भगवा वस्त्रधारी अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी को देखकर डॉक्टर भी धोखा खा गए। इस बीच अल्मोड़ा जेल पहुंचाने तक रास्ते के हर थाना क्षेत्र की पुलिस ने एस्कार्ट भी किया।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी: दो वन दरोगाओं पर हमला! बंदूक, बाइक और मोबाइल तोड़ तस्कर फरार..

बता दें कि अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी ने कुछ समय पहले ही संन्यास लेने की बात कही थी। इसके बाद से उसने अपना नाम भी योगी प्रकाश नाथ रख लिया है। बुधवार को एसटीएच के इमरजेंसी में मेडिसिन विभाग में डॉक्टर ने उसकी जांचें कीं। बताया जा रहा है पीपी को ब्लड प्रेशर की समस्या पहले से ही है। अल्मोड़ा जेल से प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को टेस्ट कराने के लिए एसटीएच लाया गया था।

कौन है अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी

प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उर्फ योगी प्रकाश नाथ रानीखेत के खनौइया गांव का मूल निवासी है। उसके पिता फौजी थे,और मां गृहिणी। मां के निधन के बाद पिता ने दूसरी शादी कर ली। सौतेली मां की वजह से प्रकाश और उसके पिता लक्ष्मी दत्त पांडे के बीच अनबन रहने लगी। जिसका गुस्सा वह स्कूल में निकालने लगा। एक बार उसने अपने स्कूल के दो सीनियरों को बेरहमी से पीट दिया।

जिसके बाद वह कुछ शातिर किस्म के छात्रों के संपर्क में आ गया। दुस्साहस बढ़ा तो कुछ समय बाद उसने कुछ बदमाश किस्म के लोगों के साथ मिलकर अपनी गैंग बना ली।

मुंबई पहुंच कर छोटा राजन की गैंग में शामिल हुआ। बताया जाता है कि छोटा राजन को अपनी गैंग के लिए कुछ शूटरों की जरूरत थी। ऐसे में एक दिन मुंबई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर प्रकाश की मुलाकात छोटा राजन गैंग के गैंगस्टर पुनीत तानाशाह और विक्की मल्होत्रा से हुई।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी: कार का पीछा कर फायरिंग! चार लोगों पर FIR दर्ज..

पुनीत और विक्की ने प्रकाश की मुलाकात छोटा राजन से करवाई थी। छोटा राजन गैंग में भर्ती करने से पहले सामने वाले का सहास और भरोसा परखता था। प्रकाश पांडे में कितना दमखम है, देखने के लिए उसने एक कॉन्ट्रेक्ट किलिंग का ठेका दिया। ये कांट्रैक्ट छोटे मोटे आदमी को मारने का नही था बल्कि राजनीति के दिग्गज एक नेता की हत्या का था। प्रकाश पांडे को तो मुंबई का डॉन बनना था सो उसने उस नेता के सुरक्षा घेरे को तोड़कर उसके माथे के बीचोबीच 9 एमएम की पिस्टल से गोली मार दी।

दिन दहाड़े हुई इस हत्या से महाराष्ट्र सरकार भी हिल गई थी। उधर छोटा राजन ने पीपी का साहस देखकर उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया। उसे ऐसे शूटरों की ज़रूरत थी। जल्द ही प्रकाश पांडे छोटा राजन के गैंग में उसका सबसे करीबी बन गया। इस बीच गैंग की सहाल पर प्रकाश पांडे ने अपना नाम बदलकर बंटी पांडे रख लिया। जिसे अविभाजित प्रदेश में लोग प्रकाश पांडे उर्फ पीपी पुकार रहे थे वो मुंबई में अब बंटी पांडे नाम से कुख्यात हो चुका था। जिसके बाद उसने कई वारदातों को अंजाम दिया।

What’s your Reaction?
+1
1
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0