हार्ट अटैक के खतरे से बचाती है अर्जुन के पेड़ की छाल, फायदे जान रह जायेंगे आप हैरान


आजकल आपने देखा ही होगा कि हार्ट की मरीज लगातार बढ़ है जा रहे हैं और हार्ट अटैक के मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आज लोकल 18 आपके लिए एक खबर लेकर आया है जो हार्ट अटैक की बीमारी का रामबाण इलाज है. चलिए आपको बताते हैं कि अर्जुन का पेड़ की छाल का रस पीने से कैसे हार्ट अटैक की समस्या से आप नहीं जा पा सकते हैं. आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में अर्जुन के पेड़ की छाल का इस्तेमाल हजारों वर्षों से किया जा रहा है. अर्जुन के पेड़ को अर्नुनारिष्ट भी कहा जाता है. इसक छाल का इस्तेमाल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है. इस पेड़ की छाल से बनी दवाइयां उच्च रक्तचाप को कम करने के साथ-साथ हृदयाघात की खतरे को भी कम करती है. यह एक गुणकारी पेड़ है जो कैंसर के जोखिम, अस्थमा को रोकने, यूरिन इंफेक्शन, खांसी व वजन कम करने में मदद करती है. अर्जुन के पेड़ हल्द्वानी के वन अनुसंधान केंद्र में लगाए गए है.
क्या जानकारी दी वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट ने
वन अनुसंधान केंद्र के वन क्षेत्राधिकारी मदन सिंह बिष्ट बताते हैं कि अर्जुन की छाल हार्ट के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है. साथ ही उन्होंने बताया कि वन अनुसंधान केंद्र में अर्जुन के पेड़ लगाए गए हैं. यहां अर्जुन की छाल लेने के लिए दूर-दूर से लोग आया करते हैं, उन्होंने बताया कि कई लोग अर्जुन के छाल का काढ़ा ठीक भी हो चुके हैं और उनकी समस्या भी दूर हो चुकी है, हफ्ते में करीब 20 से 25 लोग यहां अर्जुन की छाल लेने के लिए आया करते हैं.
अर्जुन की छाल से खून होता है पतला
अर्जुन की छाल का काढ़ा पोषक तत्वों से भरपूर है. इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहते हैं. ये खून को पतला बनाने का काम करता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा दूर रहता है. अर्जुन की छाल में मौजूद गुण हार्ट के अलावा भी कई बीमारियों में फायदेमंद हैं.
अर्जुन की छाल का काढ़ा कैसे पीना चाहिए?
इसके लिए अर्जुन की छाल को रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें. अगली सुबह गैस पर अर्जुन की छाल और पानी को गैस पर गर्म करें. फिर, इसमें काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, अदरक, दालचीनी आदि चीजें डालकर काढ़ा तैयार करें. जब काढ़ा तैयार हो जाए, तो इसका सेवन करें.