बस हादसे में चार साल की शिवानी ने खो दिए अपने माता-पिता! मासूम के बिलखने की आवाज सुन..
अल्मोड़ा के मार्चुला में हुए दर्दनाक बस हादसे ने कई परिवारों के अपनों को खो दिया। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। जबकि 24 लोग घायल है। घायलों का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल, रामनगर के रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय और एम्स ऋषिकेश में किया जा रहा है। वहीं ऋषिकेश एम्स में भर्ती चार साल की मासूम ने अपने माता पिता को इस हादसे में खो दिया। इस हादसे में चार साल की मासूम ने अपने मां-बाप को खोया है। मासूम के बिलखने की आवाज सुनकर सभी भावुक हो गए।
अब एम्स में भर्ती चार साल की मासूम शिवानी के रोने और बार-बार मम्मी-मम्मी पुकारने अस्पताल कर्मी भी भावुक है। किसी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि उस मासूम को कैसे बताएं कि जिन्हें वह बुला रही है वह कभी लौटकर नहीं आएंगे।
हादसे ने उसके सिर से माता का साया छीन लिया है। बच्ची की देखरेख के लिए अब उसके नाना हरिकृष्ण नेगी, नानी सुशीला देवी अस्पताल पहुंच गए हैं। दोनों अपने बेटी-दामाद को खोने का गम छुपाए अपनी नवासी की तीमारदारी में लगे हैं।
हादसे के बाद शाम करीब साढ़े तीन बजे बच्ची को रामनगर अस्पताल से एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया है। शिवानी के पिता मनोज रावत रामनगर में उद्यान विभाग के अंतर्गत फल संरक्षण में ट्रेनिंग सुपरवाइजर पद पर कार्यरत थे और मां चारू रावत गृहिणी थीं।
रावत दंपती रामनगर में ईदगाह रोड पर आस्थान के फ्लैट में अपनी बेटी शिवानी के साथ किराये पर रहते थे। बच्ची अस्पताल में बार-बार अपनी मां को पूछ रही थी। अस्पताल कर्मी किसी तरह उसे दिलासा दे रहे थे।