उत्तराखण्डबड़ी-खबरवीडियोहल्द्वानी

उत्तराखंड में इस बेटे ने श्रीराम मंदिर के लिए झेली थी पुलिस की गोली, देखिए इस हिम्मती रामभक्त का वीडियो…

हल्द्वानी- पूरा देश इस समय राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी मना रहा है। वहीं राम मंदिर आंदोलन के दौरान साल 1990 में कई रामभक्त कार सेवक पुलिस की गोलियों से मारे गए और कुछ घायल हो गए थे। इस आंदोलन में उत्तराखंड के भी एक रामभक्त को पुलिस की गोली लगी थी। श्रीराम मंदिर के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले हल्द्वानी के राजेंद्र गुप्ता उर्फ जाको भाई उनका दावा है कि देवभूमि उत्तराखंड में वो एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं।

जिन्होंने साल 1990 में महज बाइस साल की उम्र में अपने शरीर पर पुलिस की गोली खाई थी। वो भी उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में उनके शरीर पर मौजूद गोलियों के निशान आज भी उनकी राम भक्ति की गवाही पेश कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें -  स्कूल का बदला टाइम टेबल! डीएम ने जारी किया आदेश..

उन्होंने कहा कि ये क्षण उन कार सेवकों के लिए भावुक करने वाला हैं। जिन्होंने पुलिस की लाठी की मार और बंदूकों की गोलियों के बीच भी राम मंदिर का संकल्प टूटने नहीं दिया। वहीं राजेंद्र गुप्ता इस बात से थोड़ा निराश हैं कि उन्हें ना तो इतने बड़े प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से कोई आमंत्रण नहीं मिला।

यह देखिए वीडियो…

बता दें कि राजेंद्र गुप्ता के पास कई ऐसे दस्तावेज हैं। जो उनकी राम भक्ति की गवाही पेश करते हैं। भले ही उन्हें प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में न बुलाया गया हो। लेकिन राजेंद्र गुप्ता इस बात से खुश हैं कि उनके जैसे हजारों लोगों का संघर्ष आखिरकार काम आया। और साढ़े पांच सौ सालों बाद अयोध्या नगरी फिर से राममय हो रही है।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी: बीजेपी प्रत्याशी गजराज को मिल रहा अपार जन समर्थन.. बोले ट्रिपल इंजन सरकार से होगा हल्द्वानी का…
What’s your Reaction?
+1
1
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Ad