उत्तराखण्डपर्यटन-मौसमबड़ी-खबरहल्द्वानी

ड्राइवर्स की हड़ताल से बसों के पहिए जाम, पैसेंजर परेशान

हल्द्वानी- रोडवेज ड्राइवरों के हड़ताल के चलते हल्द्वानी डिपो की 60 से अधिक बसें खड़ी हो गई है। जिससे कारण दिल्ली, देहरादून, हरिद्वार, जयपुर, चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों की दिक्कतें बढ़ गई है। हल्द्वानी के रोडवेज स्टेशन पर दिल्ली, देहरादून, जयपुर जाने वाले यात्री कई घंटे तक खड़े रहे लेकिन उन्हें बस नहीं मिल सकी। साथ ही ट्रक ड्राइवर और केमू चालक के साथ टैक्सी यूनियन भी हड़ताल पर है। जिससे आम जनता को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही हैं।

अब यात्री अपने लिए ट्रेन का इंतजाम करने में जुटे हुए हैं। नए साल की शुरुआत में ही स्थानीय यात्रियों के अलावा पर्यटकों को भी आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि अगले तीन दिन तक रोडवेज बस और ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल जारी रहेगी। जिससे यात्रियों को दिक्कत हो सकती है और उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। बता दें कि नए मोटर दुर्घटना कानून (हिट एंड रन) का ड्राइवर विरोध कर रहें हैं।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा: अब्दुल मलिक की जमानत याचिका खारिज!

वहीं रोडवेज बस सेवा प्रभावित होने पर परिवहन निगम ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। निगम ने आदेश जारी किया है। जिसमें निर्धारित शेड्यूल पर अनुबंधित बसें उपलब्ध न कराई गईं तो प्रति बस प्रतिदिन 50 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा।

निगम के मंडलीय प्रबंधक संजय गुप्ता ने आदेश में कहा है कि इससे एक ओर जहां यात्री परेशान रहे तो वहीं परिवहन निगम की छवि धूमिल हुई है। साथ ही निगम को आर्थिक हानि भी हुई। उन्होंने इसे अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन बताया है।

सभी अनुबंधित बसों के मालिकों को निर्देश दिया है कि तत्काल समय सारिणी के हिसाब से बसें चलाएं। इसकी सूचना केंद्र प्रभारी को उपलब्ध कराएं। अगर बस न भेजीं तो 50 हजार रुपये प्रतिदिन प्रति बस के हिसाब से जुर्माना लगेगा जो कि निगम उनके बिल से काट लेगा। साथ ही अनुबंध खत्म करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी जाएगी।

यह भी पढ़ें -  उत्तराखंड: पत्नी के सामने पति को उठा ले गया बाघ! क्षेत्र में दहशत..

ड्राइवर बोले, ऐसे माहौल में कैसे चलाएं बस और ट्रक

सोमवार को बस और ट्रकों का संचालन ठप होने के दौरान आईएसबीटी पर कई चालक परेशान भी दिखे। उनका कहना था कि रोजी रोटी के लिए वह बस चलाने को तो तैयार हैं। लेकिन देशभर में चल रहे विरोध के बीच अगर कहीं कोई अनहोनी हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। अगर उत्तराखंड से बाहर बस ले गए और किसी अन्य राज्य में दूसरे परिवहन व्यावसायियों ने कोई नुकसान कर दिया तो क्या होगा। इस वजह से वह बस नहीं चला पाए।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
Ad