खुलासा! सरकारी स्टोर से किसानों को बेचे जा रहे थे एक्सपायरी बीज…


भीमताल- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी किसानों के हितों के लिए कई बड़े कदम उठा रहे हैं। किसानों को आधुनिक मशीन देने के साथ ही तकनीक और मॉडर्न बीजों से भी जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री के साफ निर्देश हैं कि सारे काम पारदर्शिता के साथ हो। लेकिन इसके बावजूद सरकारी विभागों में घालमेल और घोटाले की प्रवृत्ति रुकने का नाम नहीं ले रही। अब ताजा मामला किसानों को सरकारी स्टोर की तरफ से सस्ती दरों में उपलब्ध कराई जा रहे मटर के बीच का सामने आया है।
दरअसल, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने गुरुवार को भीमताल इलाके में उद्यान विभाग के एक आउटलेट पर छापेमारी की। यहां उन्होंने किसानों को दिए जा रहे बीजों को देखा। लेकिन कमिश्नर ने जो देखा उससे उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। हालात ऐसे थे कि जो मटर का बीज किसानों को देने के लिए मंगाया गया था वह एक्सपायरी था। यानी किसान उसे अपनी मेहनत की कमाई से खरीद कर ले जाते और उसके खेत में उगने की कोई गुंजाइश भी नहीं थी। कमिश्नर यह गड़बड़ी देखकर झल्ला उठे। उन्होंने तुरंत उद्यान विभाग के स्टोर को सील करने के निर्देश दिए साथ ही जांच भी बैठा दी।
कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसान को बीज गुणवत्तापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से वितरित किया जाए। इसे ध्यान में रखते हुए भीमताल स्थित् उद्यान विभाग के परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत संचालित आउटलेट का निरीक्षण किया। वहां कई तरह की खामियां मिली हैं। आउटलेट को सील करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने गुरुवार देर शाम राजकीय प्रजनन उद्यान भीमताल में औचक निरीक्षण किया। जिसमें कई प्रकार की गड़बड़ियां पाई गई। जिस पर कमिश्नर ने तत्काल राजकीय प्रजनन उद्यान भीमताल के परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत संचालित आउटलेट को सील करने के निर्देश दिया।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अचानक राजकीय प्रजनन उद्यान भीमताल में स्थित परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत बने हुए आउटलेट का निरीक्षण किया। इस दौरान बताया कि शिकायत मिली थी कि किसानों को मिलने वाला बीज गुणवत्तापूर्ण नहीं है साथ ही कई प्रकार की खामियां भी पाई गई है। उन्होंने मटर बीज के पैकेजिंग के बारे में जानकारी ली, साथ ही बार कोड़ स्कैन न होने, कट्टो की आपूर्ति 20 किलो और बीज प्रमाणीकरण सहित कई अन्य खामिया पाई। उद्यान विभाग को 20 किलो के मुताबिक बीजों की आपूर्ति करनी थी जबकि मौके पर 40 किलो की पैकेजिंग पाई गई। साथ ही भेषज विभाग को बीजों की आपूर्ति करनी थी। बीजों की आपूर्ति की जा रही थी उनके प्रमाणीकरण पुष्टि नहीं मिली।
विभाग द्वारा उचित जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए राजकीय प्रजनन उद्यान भीमताल के आउटलेट को सील करने के निर्देश दिए। साथ ही उद्यान विभाग और भेषज विभाग के द्वारा पूरे दस्तावेज नहीं मिलने पर स्पष्टीकरण माँगा और जल्द ही पूरी रिपोर्ट देने को कहा। कहा कार्य में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कमिश्नर दीपक रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री धामी के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसान को फसलों का बीज गुणवत्तापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से वितरित किया जाए। इसी के दृष्टिगत उनके द्वारा भीमताल स्थित उद्यान विभाग के परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत संचालित हो रहे आउटलेट का निरीक्षण किया गया है जिसमें कई प्रकार की खामियां मिली हैं जिसके बाद उन्होंने उक्त आउटलेट को सील करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस संबंध में किसान को गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी तरीके से फसलों के उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।